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All About Sudarshan Kriya ||क्या है सुदर्शनक्रिया ?|| 30 मिनट के अभ्यास से पायें अनिद्रा और चिंता से मुक्ति||कैसे करते हैं सुदर्शनक्रिया? || सुदर्शनक्रिया के फायदे ||Depression ,Stress और नींद न आने की समस्या है तो ये Article आप के लिए ही है ||

SUDARSHAN KRIYA –

  • आजकल की बदलती Life style  के कारण कई गंभीर बीमारियां फैलती जा रही हैं. इन गंभीर बीमारियों से अपना बचाव करने के लिए दुनियाभर में अधिकतर लोग अब योग प्राणायाम का सहारा ले रहे हैं |
  •  आजकल शारीरिक बीमारियों से ज्यादा खतरनाक बीमारियां जैसे Anxiety, Depression ,stress और मेंटल डिसऑर्डर hai जो व्यक्ति को मेंटली परेशान करती है |

क्या है सुदर्शन क्रिया : 

कई बीमारियों में सुदर्शन क्रिया का अभ्यास कारगर माना जाता है. बता दें सुदर्शन क्रिया प्राणायाम का ही एक रूप है जिसमें योग अभ्यास सांसों को संतुलित करने के लिए किया जाता है.

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी द्वारा सुदर्शन क्रिया सिखाई गई है और इसकी ट्रेनिंग सिर्फ संस्था की प्रशिक्षित फैकल्टीज़ द्वारा ही दी जाती है.

सुदर्शन क्रिया सांस लेने की तकनीक से जुड़ा आसन है, जिसमें सांसों को तेज और धीमी गति से अंदर और बाहर की जाती है। यदि आप इस आसन को नियमित रूप से करते हैं, तो आपको सांसों से जुड़ी परेशानी नहीं होगी। सुदर्शन क्रिया शारीरिक और मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। नियमित रूप से सुदर्शन क्रिया का अभ्यास करने से स्ट्रेस, थकान और डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है।

सुदर्शन क्रिया श्वांस की एक लयात्मक तकनीक है जो आपके शरीर और मन के साथ-साथ आपके अस्तित्व के कई और स्तरों को शुद्ध करती है | विज्ञान कहता है कि हमारी श्वांस में ऐसी क्षमता है कि वह शरीर के 90% विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल सकती है |  

कैसे करते हैं सुदर्शन क्रिया :

सुदर्शन क्रिया तकनीक सीखने के लिए आपको 3 से 4 दिन का एक “Happiness Programm” करना होता है | ये शिविर गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा सुप्रशिक्षित, आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रशिक्षकों द्वारा आयोजित किया जाता है | सुदर्शन क्रिया की जानकारी के लिए आप अपने गांव या शहर के किसी भी नज़दीकी आर्ट ऑफ़ लिविंग सेंटर पर जा सकते है |

भस्त्रिका प्राणायाम, उज्जयी प्राणायाम, ओम का जाप और क्रियायोग इन 4 तरीकों से सुदर्शन क्रिया की जा सकती है। 

लेकिन ध्यान रखें कि सुदर्शन क्रिया को करने से पहले art of living द्वारा प्रशिक्षित एक्सपर्ट से ही सुदर्शन क्रिया सीखे और उसके बाद ही खुद करे |

कौन कर सकता है सुदर्शन क्रिया :                  

Art of living संस्था के द्वारा आयोजित  4 से 5 दिन के  हैप्पीनेस प्रोग्राम से सुदर्शन क्रिया सिख सकते है और 18 वर्ष या उससे अधिक के सभी लोग इस तकनीक को सीख सकते हैं | आप गृहिणी हैं, या student , नौकरीपेशा हैं या businessman, डॉक्टर ,इंजीनियर ,कोई भी व्यक्ति सुदर्शन क्रिया कर सकता है |

सुदर्शन क्रिया के फायदे

( Benefits of sudarshan kriya ) –

  • थकान, कमजोरी, अनिद्रा और मानसिक समस्याओ को दूर करने के लिए सुदर्शन क्रिया फायदेमंद है।

  • आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के अनुसार सुदर्शन क्रिया और उसके परिणामों पर अब तक लगभग 100 से अधिक शोध किये गए और हर शोध के परिणाम अब तक एक जैसे ही तथ्य उजागर हुए हैं |

  • कुछ शोध परिणाम नीचे दिए गए हैं :

  • प्रतिभागियों में केवलहफ्तों के सुदर्शन क्रिया के अभ्यास से उनकी Immunity Cells (प्रतिरोधक कोशिकाओंलिंफोसाइट्स की संख्या में 33% की बढ़ोत्तरी देखी गयी
  • केवल 2 हफ्तों के अभ्यास से प्रतिभागियों के तनाव संबंधी हार्मोन (Stress Hormone) सीरम कॉर्टिसोल (serum cortisol) में 56.6% की कमी दर्ज की गयी |
  • केवल 1 सप्ताह के अभ्यास से प्रतिभागियों की जीवन संतुष्टि (life satisfaction rate) दर में 21% की वृद्धि आंकी गयी

  • सुदर्शन क्रिया से नींद की गुणवत्ता (quality of sleep) में दोगुने के अधिक सुधार देखा जाता है |

  • सुदर्शन क्रिया आपके शरीर में एंटी ओक्सिडेंट (anti-oxidant) की मात्र बढ़ा देती है जो आपको बुढ़ापे से बचाता है |

  • सुदर्शन क्रिया से तनाव (stress), चिंता (anxiety) और डिप्रेशन (depression) के रोगियों में अद्भुत लाभ देखा गया है |
  • समस्या कोई भी हो यदि एक उपाय है जो सारी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक असंतुलनों (Mental, Physical and Emotional Imbalance) से आपको तुरंत राहत दे दे तो फिर उससे बड़ी बात और क्या हो सकती है ?
  • तो रोज़ कीजिये सुदर्शन क्रिया और घटाइए अस्पताल पर किया जाने वाला सालाना खर्च |

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