श्री कृष्ण और 16000 रानिया
16000 विवाह – “हम वापस द्वारिका कब चलेंगे स्वामी?” सत्यभामा ने पूछा। “इतनी जल्दी ऊब गईं हिमालय से? या पारिजात के पुष्पों से अपना श्रृंगार करने की त्वरा है?” कृष्ण ने बंकिम स्मित के साथ पूछा। “आप तो बस मेरी श्रृंगारप्रियता पर कटाक्ष करने का अवसर ढूंढते रहते हैं।” सत्यभामा ने मुंह फुलाकर कहा। “अपनी […]